देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं। इस दिन का उपवास और पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते हैं इस अवसर पर दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाने के कुछ खास उपाय।
देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का आयोजन करना शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी माता का विवाह किया जाता है, जिससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। माना जाता है कि तुलसी विवाह से पति-पत्नी के बीच का तनाव दूर होता है और उनके रिश्ते में मधुरता आती है।
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से दांपत्य जीवन में सौहार्द बढ़ता है। व्रत के साथ ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करने से मन शांत रहता है और पति-पत्नी के बीच का संचार और समझ मजबूत होती है। विष्णु जी को शंख, तुलसी पत्ते और पीले फूल अर्पित करें।
घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाने की परंपरा है। मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। यह उपाय दांपत्य जीवन में शांति और खुशहाली लाने में सहायक है।
देवउठनी एकादशी पर पीले वस्त्र पहनना भगवान विष्णु को प्रिय होता है। इसे पहनने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है। एक-दूसरे को पीले वस्त्र उपहार में देना भी रिश्ते में समर्पण और स्नेह को बढ़ाता है।
इस दिन लक्ष्मी-नारायण की युगल रूप में पूजा करना लाभकारी होता है। पति-पत्नी मिलकर लक्ष्मी नारायण स्तोत्र का पाठ करें, जिससे वैवाहिक जीवन में मधुरता और स्थिरता आती है, और दोनों के बीच का रिश्ता और मजबूत बनता है।
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